वेडिंग प्लानिंग बिजनेस कैसे शुरू करें-पूरी जानकारी | How to start wedding planning business?
यह सर्वविदित हैं की भारत में विवाह समारोह किसी उत्सव की तरह बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास से सम्पन्न किए जाते हैं। 2 से 5 दिनों तक चलने वाले विवाह समारोह को यादगार बनाने के लिए विवाह में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं। 1-10 लाख रुपए से लेकर कईं करोड़ रुपए तक का खर्च विवाह पर किया जाता हैं। परन्तु कार्यक्रमों का आयोजन करना बहुत तनावपूर्ण होता हैं जिसके चलते जिनके घर शादी होती हैं वे इसका आनंद नहीं ले पाते। इसलिए वर्तमान में wedding planning सेवा प्रदाता से विवाह समारोह का आयोजन करवाना लोकप्रिय हो चला हैं । यह जो सेवा प्रदाता (service provider) होता हैं उसे वेडिंग प्लानर (wedding planner) कहा जाता हैं ।
Wedding Planning क्या हैं?
योजनाबद्ध तरीके से विवाह समारोह के विभिन्न कार्यक्रमों का प्रबंधन और व्यवस्थापन पेशेवर अंदाज में करना ही wedding planning कहलाता हैं ।
विवाह समारोह में कईं कार्यक्रम होतें हैं । इन कार्यक्रमों को अविस्मरणीय बनाना, आमंत्रित अतिथियों के लिए इन्हें आनंदपूर्ण बनाना और सबकुछ एक निश्चित समयावधि में सम्पन्न करवाना यह परिवारजनों के लिए बड़ी चिंता का विषय होता हैं । तब wedding planner की सेवाएं लेने का निर्णय लिया जाता हैं और आपस में तय हुए कमिशन पर सारे कार्यक्रमों की या कुछ चुनिंदा कार्यक्रमों की जिम्मेदारियाँ उसे सौंपी जाती हैं ।
Wedding Planner अपने संसाधन जुटाता हैं और तयशुदा कार्यक्रमों को तय समयसीमा में सम्पन्न करवाता हैं । इसके ऐवज में वह अपना कमिशन पाता हैं ।
Wedding Planning यह Event Management का ही एक छोटा हिस्सा हैं और इसे पेशेवर तरीके से करने का कौशल प्राप्त करने के पाठ्यक्रम भी कईं विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जा रहे हैं ।
Wedding Planning की आवश्यकता
भारत में गाँव-देहात , शहरों में हर साल लगभग 10 लाख शादियाँ होती हैं। संयुक्त परिवार परंपरा कमजोर होने की वजह से अब परिवारजन एवं रिश्तेदारों की सहायता से विवाह के विभिन्न कार्यों को करना और करवाना अत्यधिक कठिन और तनावपूर्ण होता जा रहा हैं। इस समस्या को सुलझाने हेतु Wedding Planning का बिजनेस आइडिया प्रचलित हुआ होगा ।
चूँकि यह समस्या गाँव-देहात की अपेक्षा शहरों में बहुत अधिक हैं इसलिए यह बिजनेस ग्रामीण क्षेत्रों में सफल होने की संभावना कम ही हैं । इसलिए यह व्यवसाय शहरों में करना उचित होगा ।
वर्तमान में इसकी माँग में निरंतर वृद्धि हो रही हैं । ऐसे में इस बिजनेस से आकर्षक लाभ कमाया जा सकता हैं ।
Wedding Planning Business कैसे शुरू करें?
इस बिजनेस को पेशेवर तरीके से करने के लिए विभिन्न चरण यह हो सकते हैं :
प्रशिक्षण और कुछ अनुभव प्राप्त करें
प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए लघु अवधि का कोई अच्छा सा ऑनलाइन कोर्स करना बेहतर होगा । चूँकि आपको बिजनेस करना हैं इसलिए लक्ष्य सर्टिफिकेट पाने का नहीं बल्कि ज्ञान पाने का रखना होगा । इसमें ज्यादा समय निवेश करना ठीक नहीं होगा ।
यदि आप यह जानना चाहते हैं की 12 वी के बाद सीबीआई ऑफिसर कैसे बन सकते हैं तो यहाँ पढ़ें ।
यह क्रैश कोर्स आप कर सकतें हैं :
इसके बाद कुछ अनुभव पाने हेतु किसी wedding planner का सहायक (assistant) बन कर 3 से 5 wedding events में काम करें । या किसी wedding planning के किसी छोटे से हिस्से का कान्ट्रैक्ट ही ले लें । यह संगीत का कार्यक्रम हो सकता हैं या केटरिंग का काम भी हो सकता हैं ।
उद्देश्य यह होना चाहिए की wedding planning की प्रक्रिया के विभिन्न चरणों का नजदीक से अध्ययन करने के अवसर मिलें । परन्तु ऐसा ना कर सकें तो 5-10 विवाह समारोहों में wedding planning के नज़रिए से हर चीज की गहराई में जा कर अध्ययन करें । अपने नोट्स बनाए । क्या अच्छा था , क्या ठीक नहीं था , क्या अधिक अच्छा हो सकता था, विभिन्न वेंडरों की सेवाओं के रेट क्या होते हैं, उनसे कैसे rate negotiation कीया जाता हैं इत्यादि चीजों पर चिंतन करें ।
अब इन सारी जानकारी , ज्ञान , अनुभव के आधार पर आपका अपना “wedding planning business कैसा होना चाहिए” इस के बारे में एक मार्गदर्शक दस्तावेज (document) बनाएं । इस दस्तावेज में सारी तपसील होनी चाहिए ।
इस चरण में इस बात पर ध्यान कतई नहीं देना चाहिए की इस बिजनेस में लाभ (profit) कितना हैं । क्योंकी यह हकीकत हैं की सब्जी बेचने के व्यवसाय से लेकर सोना बेचने के व्यवसाय तक, हर व्यवसाय में कुछ उद्यमी अत्यधिक लाभ कमाते हैं तो कुछ उद्यमी बहुत ही कम लाभ कमाते हैं । लाभ का संबंध व्यवसाय से कम और व्यवसाय करने के तरीके से ज्यादा होता हैं । इसलिए इस बिजनेस को किस तरीके से कीया जाना चाहिए ताकि भविष्य में अच्छा लाभ कमाया जा सके इस बात पर ही सारा ध्यान केंद्रित करना चाहिए ।
बिजनेस की योजना बनाएं (Business Plan for Wedding Planning)
मार्गदर्शक दस्तावेज के आधार पर बिजनेस की योजना बनाएं (business plan)। यह एक ऐसा दस्तावेज होगा जो
- इस बिजनेस में आपके पथप्रदर्शक का काम करेगा
- बिजनेस की उद्देश्यपूर्ति में आप कहाँ हैं यह दर्शाएगा
- वित्तीय सहायता प्राप्त करने हेतू आपकी मदद करेगा
बिना बिजनेस प्लान के कीया हुआ व्यवसाय बिना पतवार की नाँव जैसा होता हैं । इसलिए business plan बनाना आवश्यक हैं ।
बिजनेस प्लान दस्तावेज कैसे बनाएं ? निम्न प्रश्नों का उत्तर खोजेंगे तो business plan बनाने में ज्यादा दिक्कत नहीं होगी :
- बिजनेस का उद्देश्य : आपके बिज़नेस का उद्देश्य क्या होगा ? प्रतिस्पर्धियों से यह उद्देश्य कैसे भिन्न होगा ? इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए आपको कैसा इंसान बनना होगा और क्या-क्या करना होगा ?
- ग्राहकोन्मुखी : हमारे ग्राहक कौन से तबके से होंगे ? हमारे लिए हमारा ग्राहक क्या होगा ? हम ग्राहकों को कौन सी सेवाएं देंगे ? अपने बिजनेस को ग्राहकोन्मुखी कैसे बनाएंगे ? नाराज़ ग्राहकों से कैसे पेश आएंगे ? ?
- सेवाएं : कौन सी सेवाएं देंगे , कौन सी नहीं देंगे ? सेवाओं के विभिन्न स्तर क्या होंगे ? कौनसी सेवाएं अन्य प्रदाताओं से outsource करेंगे , कौन सी खुद देंगे ? सेवाओं की गुणवत्ता के निम्नतम और उच्चतम स्तर क्या होंगे ?
- वित्तीय प्रबंधन : कितना कमिशन लेंगे ? कैसे लेंगे ? निम्नतम और उच्चतम डिस्काउंट क्या रहेंगे ? कितना निवेश कितनी अवधि में करेंगे ? निवेश किन किन चीजों पर करेंगे ? निवेश पर ROI (return on investment) का लक्ष्य क्या होगा ? लाभ का बिजनेस में पुनर्निवेश कितने प्रतिशत होगा और किन चीजों पर होगा ? वित्तीय संसाधन कितने लगेंगे , कहाँ से लाएंगे ?
- संचालन : संचालन ऑफिस से या घर से ? ऑफिस की location क्या होगी ? कितना ऑफिस स्टाफ और कितना फील्ड स्टाफ रहेगा ? सैलरी के अलावा क्या क्या incentives और सुविधाएं दी जाएंगी ? वेंडर और बाहरी सेवा प्रदाताओं का चयन कैसे करेंगे , किन शर्तों पर करेंगे ? उनके साथ वित्तीय व्यवहार कैसे होगा ? उनका मूल्यांकन करने की पद्धति क्या रहेगी ? अच्छे काम के लिए उन्हे कैसे प्रोत्साहित और लाभान्वित कीया जाएगा ?
- मार्केटिंग एवं प्रमोशन : मार्केटिंग कैसे करेंगे ? ऑफलाइन और ऑनलाइन प्रमोशन में क्या क्या करेंगे ? मार्केटिंग बजट कितना रहेगा ? कौन से हिस्से outsource करेंगे ? मार्केटिंग से प्राप्त परिणामों का मूल्यांकन करने की पद्धति क्या होगी ? बिजनेस को ब्रांड बनाने हेतू क्या क्या कीया जाएगा ?
- बिजनेस का भविष्य (future projections): बिजनेस में साल दर साल वृद्धि के लक्ष्य क्या रहेंगे ? बिजनेस का विस्तार (scale up) करने की योजना क्या होगी ? विस्तार पर कब और कैसे काम कीया जाएगा ? विस्तार की भौगोलिक सीमाएं क्या रहेंगी ? बिजनेस का विस्तार forward integration से करेंगे या backward integration से या अन्य छोटी wedding planning कंपनी खरीद कर (acquisition) करेंगे ?
ऑफिस के लिए स्थान का चयन करें
यह लेख इस बिजनेस को पेशेवर तरीके से करने के विषय में हैं । घर से किए जाने वाले व्यवसायों की पेशेवराना छवि बनाना मुश्किल होता हैं – खास तौर पर ऐसे व्यवसायों में जिन में ग्राहकों से कईं बार मीटिंग करनी होती हैं । इसलिए हमारी राय में इसे घर से नहीं करना चाहिए ।
चूँकि यह कपड़ा व्यवसाय , बर्तन की दुकान या किराना स्टोर जैसा उपभोक्ता वस्तुओं का बिजनेस नहीं हैं , इसलिए ऑफिस का शहर के किसी प्राइम लोकैशन पर होना आवश्यक नहीं हैं । जगह के चयन में इन बिंदुओं पर गौर करना ठीक रहेगा :
- जगह residential area (रिहाइशी इलाके) में नहीं होनी चाहिए , वाणिज्यिक क्षेत्र में होनी चाहिए।
- वहाँ आने-जाने के लिए परिवहन सुविधाएं एवं अच्छे रास्ते होने चाहिए ।
- शहर के अंदरूनी हिस्से में होनी चाहिए ।
ऑफिस की इन्टीरीअर सजावट सादगीपुर्ण भले ही हों परन्तु सुंदर अवश्य होनी चाहिए । ग्राहकों से मीटिंग करने के लिए आरामदायक होनी चाहिए ।
ग्राहकों से मिलने का समय और टेंट वाला , फूल वाला , केटरिंग वाला जैसे अपने वेंडरों से मिलने का समय भिन्न रखना चाहिए ।
पंजीकरण एवं लाइसेन्स प्राप्त करें
- अपने wedding planning business को शॉप एंड एस्टाब्लिशमेंट एक्ट (shop and establishment act) के तहत पंजीकृत करें । यह जरूरी हैं ।
- शुरुआती दौर में बिजनेस को एकल स्वामित्व वाली फर्म (proprietorship firm) रखते हुए GST पंजीकरण करवाएं । उचित लगे तो अपनी पत्नी के साथ partnership firm भी बना सकते हैं । इसमें आप चार्टर्ड अकाउन्टन्ट की सहायता ले सकते हैं । शुरुआत में ही GST पंजीकरण अनिवार्य तो नहीं हैं परन्तु पंजीकृत होने के फायदे ज्यादा हैं । एकल स्वामित्व वाली फर्म के लिए आपका पर्सनल PAN कार्ड पर्याप्त हैं । परन्तु partnership firm के लिए फर्म के नाम का अलग से एक PAN कार्ड बनवाना होगा ।
- भारत में इस बिजनेस को करने के लिए किसी लाइसेन्स की आवश्यकता नहीं हैं ।
- उद्यम रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं हैं । परन्तु इसे करना चाहिए । यह मुफ़्त में आप स्वयं ही ऑनलाइन कर सकते हैं । उद्यम रजिस्ट्रेशन हेतु इस लिंक का इस्तेमाल कर सकते हैं ।
कर्मचारियों की नियुक्ति करें
शुरुआती दौर में एक या दो कर्मचारियों की नियुक्ति करनी होगी । एक ऑफिस बॉय और एक executive । ऑफिस बॉय सारा दिन ऑफिस में रहकर ऑफिस के छोटे एवं कम महत्वपूर्ण कार्य करेगा । Executive को कुछ ऑफिस के बाहर के और कुछ ऑफिस के अंदर के कार्य करने होंगे । वह आपका असिस्टन्ट होगा ।
संभावित ग्राहकों से हुई बातचीत का डेटा , ब्योरा कंप्युटर में फ़ीड करना ; आपकी अनुपस्थिति में कोई ग्राहक की एनक्वायरी आयी होगी तो वे तपसील नोट करना ; फोन पर वेंडरों से बातचीत कर उन्हे ऑफिस में मिलने के लिए बुलाना ; पहले के प्रोजेक्ट से संबंधित फोटो , डेटा और अन्य महत्वपूर्ण तपसील कंप्युटर में फ़ीड करना ; संभावित ग्राहकों के लिए प्रेज़न्टैशन बनाने हेतु जो डिजिटल सामग्री की आवश्यकता होती हैं उसे इकट्ठा करना इत्यादि कार्यों में executive आपकी सहायता करेगा ।
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही मार्केटिंग हेतु आपको समय समय पर ग्राफिक डिजाइनर , कंटेन्ट राइटर और सोशल मीडिया मार्केटिंग एक्सपर्ट की आवश्यकता रहेगी । इन्हें पूर्णकालिक नियुक्त करने की जरूरत नहीं हैं। इन्हें freelancer की हैसियत में आप अपने बिजनेस में नियुक्त कर सकते हैं ।
वेंडर और सेवा प्रदाताओं को सूचीबद्ध करें
अगला चरण वेंडर और सेवा प्रदाताओं को खोजना , उनका मूल्यांकन करना , उनके साथ व्यवसाय की शर्तें (terms of business) तय करना और उन्हें अपने साथ सूचीबद्ध करना ।
इस बिजनेस में वेंडर कौन हैं और सेवा प्रदाता कौन हैं ?
वेंडर वह हैं जो कोई मटीरीअल या माल सप्लाय करता हो । सेवा प्रदाता वह हैं जो सेवा मुहैया करवाता हो ।
वेंडर की सूची :
- केटरिंग वाला
- फूल वाला
- गिफ्ट पैकेट वाला
सेवा प्रदाता की सूची :
- सजावट वाला
- बैंड बाजे वाला
- पंडित एवं पूजा सामग्री वाला
- दूल्हे की कार वाला / बगी वाला
- DJ वाला
- संगीत कार्यक्रम करने वाला
- ऑर्केस्ट्रा / गायक
- लाइटिंग वाला
- टेंट वाला
- फोटोग्राफर / विडिओग्राफर
- नृत्य विशेषज्ञ (choreographer)
- मेहंदी वाला
- मेहमानों को लाने-ले जाने के लिए बस वाला / कार वाला
- ब्यूटीशियन (beautician)
- सलून वाला (barber)
मार्केटिंग प्लान बना कर उसे कार्यान्वित करें
मार्केटिंग किसी भी बिजनेस का एक अहम पहलू होता हैं । मार्केटिंग ना केवल संभावित ग्राहकों को अपनी सेवाओं के बारे में बताता हैं बल्कि अपना ब्रांड बनाने में भी मदद करता हैं ।
मार्केटिंग प्लान में कौन सी चीजें शामिल होंगी ?
इसमे एक आकर्षक , सरल और ग्राहक हितैषी डिजाइन वाली वेबसाईट होगी । Instagram और Pinterest पर business pages बनाने होंगे । Google के My Business पर अपने बिजनेस को लाना होगा ।
वेबसाईट और सोशल मीडिया के बिजनेस पेजेस के माध्यम से अपने किए हुए प्रोजेक्ट्स का पोर्ट्फोलीओ (portfolio), तस्वीरें , ग्राहकों के रिव्यूज , और प्रेरित करने वाली उपयुक्त जानकारी संभावित ग्राहकों तक पहुँचाए । इससे होगा यह की उनकी आप से संपर्क करने की संभावना बढ़ जाएगी । एक बार मीटिंग होने पर वे आपके और आपके बिजनेस के बारे में और अधिक जान पाएंगे । इन चीजों से आपके बिज़नेस की विश्वसनीयता बनेगी । जैसे हर बिजनेस में होता हैं वैसे इस बिजनेस में भी विश्वास पाना और उसे बनाए रखना अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं ।
एक संतुष्ट ग्राहक किसी भी बिजनेस का सबसे प्रभावी विज्ञापन होता हैं । इसलिए ग्राहकों को संतुष्ट करने पर अधिक जोर देना होगा ।
Wedding Planning Business का वित्तीय मूल्यांकन
इस वित्तीय मूल्यांकन में खर्च , आय और निवेश के विभिन्न अनुमानित आँकड़े दिए हैं । तालिका 1 में लैपटॉप , कंप्युटर , वेबसाईट इत्यादि पर होने वाला अनुमानित निवेश की रकम दिखाई हैं । रु 1,37,000 अनुमानित पूंजी निवेश रहेगा । इसके अलावा रु 2-3 लाख आकस्मिक खर्च एवं वेंडरों को एडवांस देने के लिए रखने होंगे ।
तालिका 1
SR | DESCRIPTION | AMOUNT (RS) |
---|---|---|
1 | अच्छी स्टोरेज कपैसिटी वाला laptop, 1 no | 30000 |
2 | Personal Computer, 1 no | 30000 |
3 | Website | 25000 |
4 | Social Media Pages, 2 nos | 2000 |
5 | Office Furniture और Interior | 50000 |
TOTAL | 137000 |
हर माह के अनुमानित नियत (fixed) खर्च तालिका 2 के अनुसार हो सकते हैं । जिन महीनों में कोई भी ऑर्डर नहीं होगा तब यह खर्च रुपए 42000 रहेगा और जिन माह में ऑर्डर मिलेंगे उन महीनों में अतिरिक्त खर्च रुपए 15000 मिलाकर कुल खर्च रुपए 57000 प्रति माह रह सकता हैं ।
तालिका 2
SR | DESCRIPTION | REGULAR MONTHLY EXPENSES AMOUNT (RS) | EXPENSES IN EVENTFUL MONTHS AMOUNT (RS) |
---|---|---|---|
1 | Office Rent | 15000 | 15000 |
2 | Salaries | 22000 | 22000 |
3 | Light Bill | 1000 | 1000 |
4 | Phone, Mobile, Internet Bill | 2000 | 2000 |
5 | Petrol etc. | 2000 | 2000 |
6. | Additional | 0 | 15000 |
TOTAL | 42000 | 57000 |
नीचे तालिका में अनुमानित सालाना आय दर्शायी हैं । अलग अलग विवाह बजट के लिए अलग अलग कमिशन के रेट पर कितनी आय होगी यह दर्शाया हैं । सालाना कुल 17 शादीओं का प्रबंधन करके कुल रुपए 31.90 की आय होगी ।
तालिका 3
SR | विवाह बजट Rs Lakh | संख्या | % कमिशन | कूल कमिशन से आय Rs Lakh |
---|---|---|---|---|
1 | 5 | 1 | 10 | 0.50 |
2 | 10 | 2 | 10 | 2.00 |
3 | 15 | 3 | 9 | 4.05 |
4 | 20 | 3 | 9 | 5.40 |
5 | 25 | 3 | 8 | 6.00 |
6. | 30 | 3 | 8 | 7.20 |
7 | 40 | 1 | 7.5 | 3.00 |
8 | 50 | 1 | 7.5 | 3.75 |
TOTAL | 17 | 57000 | 31.90 |
यदि तालिका 2 में दर्शाये गए उच्चतम प्रतिमाह खर्च रुपए 57000 के आधार पर भी कुल सालाना खर्च निकालते हैं तो वह रुपए 6,84,000 निकलता हैं । 17 शादीओं के प्रोजेक्ट से अनुमानित सालाना आय रुपए 31,90,000 में से यह खर्च घटाया जाए तो लाभ 25.06 लाख रुपए होता हैं ।
इसी उच्चतम सालाना खर्च को निकालने हेतु 15 लाख रुपए बजट वाली 3 शादियों की और 20 लाख रुपए बजट वाली केवल एक शादी की दरकार रहेगी ।
इस गणना में यह माना गया हैं की कमिशन के रेट 7.5% से 10% तक रहेंगे । हालाँकि मार्केट रेट 10 से 15 % होता हैं ।
इस का मतलब यह हुआ की निम्नतम कमिशन रेट और उच्चतम प्रति माह खर्च के हिसाब से गणना करने पर भी यह बिजनेस अच्छा मुनाफा दिखा रहा हैं । मतलब यह हुआ की यह मोटा लाभ कमा कर देने वाला बिजनेस हैं ।
Wedding Planner की योग्यताएं क्या हैं?
Wedding planner के पास किसी विशेष शैक्षिक योग्यता होना आवश्यक नहीं हैं । किसी भी शाखा में ग्रेज्यूएट होना पर्याप्त हैं । हाँ, यदि किसी बड़े Event Management Company में जॉब करनी हो तो इसी विषय में डिप्लोमा या डिग्री का होना आवश्यक रहेगा । परन्तु हम यहाँ बात कर रहें हैं बिजनेस की । तो इस बिजनेस करने के लिए किसी डिग्री या डिप्लोमा की आवश्यकता नहीं हैं । कुछ अन्य योग्यताएं और कौशल हैं जो इस बिजनेस में सफल होने के लिए निहायत ही जरूरी हैं ।
- रचनात्मकता और कल्पनाशीलता : प्रचलित विचारों एवं मान्यताओं के प्रभाव से स्वयं को मुक्त करते हुए नए -नए विचार , आइडियाज और अवधारणाओं को सोचना; समस्याओं के मौलिक, नए और भिन्न समाधान खोजना; विभिन्न नज़रिए से देखने की क्षमता और मानसिकता यह सब रचनात्मकता के प्रमाण हैं । इस की इस बिजनेस में बहुत आवश्यकता रहती हैं क्यों की हर विवाह का प्रोजेक्ट अपने आप में भिन्न होता हैं और हर प्रोजेक्ट में कईं सारी अनिश्चितताएं होती हैं । ऐसे में किसी भी अप्रत्याशित घटना से निबटने के लिए नए सिरे से सोचने की आवश्यकता पड सकती हैं । अचानक बिजली गुल हो जाना, आखिरी समय पर बैंड-बाजे वालों का कैन्सल होना, या टेन्ट, केटरिंग, सजावट की किसी सामग्री का उपलब्ध ना होना जैसी अनिश्चितताएं बनी रहती हैं ।
- डिजाइन सेन्स : चीजों के आकार , रंग , अनुपात आदि का अच्छा आकलन यदि आप कर सकतें हैं तो आप के पास डिजाइन सेन्स हैं । यह इसलिए जरूरी हैं क्योंकी विवाह समारोह एक दृश्य ईवेंट (visual event) हैं जिस में सजावट (decoration), संगीत (Music) और रौशनी (lighting) का अत्यधिक महत्व होता हैं । यह काम करने वाले वेंडरों (vendors) से अपने निर्देशन में अच्छा काम करवाने के लिए आपके पास डिजाइन सेन्स होना जरूरी हैं ।
- पीपल मैनेजमेंट : Wedding planning एक टीमवर्क हैं जिसमें कई तरह के काम करने हेतु विभिन्न वेंडरों की , सेवा प्रदाताओं (Service Providers) के सहयोग की आवश्यकता रहती हैं । ऐसे में इच्छित और प्रभावी परिणाम प्राप्त करने के लिए अपनी टीम और सहयोगी वेंडरों को, प्रदाताओं को प्रेरित करते रहना अत्यधिक आवश्यक होता हैं ।
- टाइम मैनेजमेंट : यह तो सर्वविदित हैं की विवाह समारोह में हर कार्य एक नियत समय पर होना बहुत ही जरूरी होता हैं । वेडिंग वेन्यू एक निश्चित अवधि के लिए ही मिलता हैं । अलग अलग विधिओं के लिए मुहूर्त, शुभ समय तय होतें हैं । कुछ कार्यक्रम किसी निश्चित क्रम में सम्पन्न होने जरूरी होतें हैं तो कुछ कार्यक्रम समानांतर किए जा सकते हैं । हर एक कार्य, विधि , कार्यक्रम अपने तय समय पर शुरू हो कर निश्चित समयसीमा के अंदर सम्पन्न होना अत्यधिक आवश्यक होता हैं । इसमे समझौते के लिए कोई भी गुंजाइश नहीं होती । ऐसे में समय का प्रबंधन उच्च कोटी का और लचीला भी होना चाहिए ।
- सेन्स ऑफ अर्जन्सी (sense of urgency): टाइम टेबल में कहीं कोई गड़बड़ी हो जाए या कुछ अप्रत्याशित घटना घटित हो जाए तब स्थिति की गंभीरता को पहचानना; उसके प्रभाव का आकलन करना; तत्काल जरूरी संसाधनों की तैनाती करना; और प्लान के क्रियान्वयन में उचित बदलाव करते हुए तेजी से सब पुनर्व्यवस्थित करना बहुत जटिल और तनावपूर्ण होता हैं । इस के किए सेन्स ऑफ अर्जन्सी का होना बहुत जरूरी हैं ।
- मृदुभाषिता : विवाह समारोह की एक गरिमा होती हैं । कम समय के लिए बहुत लोग इकट्ठे होते हैं । हर कोई लुत्फ उठाना चाहता हैं । समारोह को यादगार बनाने का दबाव होता हैं । ऊपर से समय का अत्यधिक महत्व होता हैं । ऐसे तनावपूर्ण हालात में मन को शांत रखते हुए मृदुभाषिता के साथ काम कीया जाए तो तनाव बहुत हद तक कम हो जाता हैं । इसलिए wedding planner को मृदुभाषी और मिलनसार होना चाहिए ।
- ग्राहकोंन्मुख मानसिकता : चूँकि यह एक सेवा बिजनेस (service business) हैं और Event Management से जुड़ा बिजनेस हैं इसलिए इसमें wedding planner को अन्य बिजनेस की अपेक्षा बहुत अधिक ग्राहकोंन्मुखी होना जरूरी हैं । आखिरकार बिजनेस का उद्देश्य क्या है ? ग्राहक बनाना और उसे बनाए रखना ही तो हैं । पैसा ग्राहक से ही आता हैं ।
निष्कर्ष
Wedding Planning Business एक ऐसा बिजनेस हैं जिस में रचनात्मकता, ईवेंट मैनेजमेंट कौशल और ग्राहकोंन्मुख मानसिकता के बलबूते पर सफलता पाना आसान हैं । रुपए 2 लाख के पूंजी निवेश से शुरू होने वाले इस बिजनेस में लाभ का प्रतिशत बहुत अधिक हैं । इस बिजनेस में एक निश्चित समयसीमा में सारी जिम्मेदारियाँ निभानी होती हैं ।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
Wedding Planner बनने के लिए क्या करना होगा ?
Wedding Planning ईवेंट मैनेजमेंट का ही एक हिस्सा हैं । इसलिए बारहवी कक्षा पास करने के पश्चात ईवेंट मैनेजमेंट में डिप्लोमा करना चाहिए । इस में डिग्री लेना हो तो आप को किसी भी विषय में graduation करना होगा । इस के बाद आप wedding planning का बिजनेस करने वाली किसी अच्छी कंपनी में जॉब ले सकते हैं और अनुभव प्राप्त कर सकते हैं ।
Wedding Planner क्या क्या करते हैं ?
Wedding planner योजनाबद्ध तरीके से विवाह समारोह के विभिन्न कार्यक्रमों का प्रबंधन और व्यवस्थापन पेशेवर अंदाज में करता हैं । विवाह कार्यक्रमों में आवश्यक चीजों एवं सेवाओं के लिए वह अपने सूचीबद्ध वेंडरों और सेवा प्रदाताओं (service providers) की सहायता लेता हैं । विवाह स्थान का चयन , मनोरंजन कार्यक्रम , pre-wedding celebration , खान-पान , वेडिंग कम्यूनिकेशन , लॉजीस्टीक्स , शादी के उपहार , वेंडर मैनेजमेंट, स्वागत समारोह , इत्यादि कार्यों को तय समयसीमा में सम्पन्न करवाना उसकी जिम्मेदारी होती हैं ।
एक वेडिंग प्लानर को कितने घंटे काम करना पड सकता हैं ?
चूँकि विवाह समारोह में विभिन्न कार्यक्रम होतें हैं और हर एक कार्य , विधि और कार्यक्रम एक निश्चित समय पर शुरू हो कर एक निश्चित समयावधि में सम्पन्न होना अत्यधिक आवश्यक होता हैं इसलिए एक वेडिंग प्लानर को विवाह के प्रोजेक्ट के समय 12 से 18 घंटे काम करना पड सकता हैं । अन्य समय पर 8 से 10 घंटे काम करना पर्याप्त होता हैं ।
शादी का बिजनेस कैसे करें ?
शादी का बिजनेस चरणबद्ध और पेशेवराना तरीके से ऐसे करें:
1. आरंभ में कुछ प्रशिक्षण और अनुभव प्राप्त करें
2. बिजनेस प्लान बनाएं
3. ऑफिस के लिए उचित स्थान का चयन करें
4. बिजनेस के लिए आवश्यक पंजीकरण एवं रजिस्ट्रेशन प्राप्त करें
5. कर्मचारियों की नीयुक्ती करें
6. सप्लायरों को सूचीबद्ध करें
7. बिजनेस का मार्केटिंग प्लान बना कर उसे कार्यान्वित करें
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